ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का अलग-अलग प्रभाव बताया गया है। लेकिन किसी ज्योतिष से कुंडली दिखवाने के बाद ही रत्न धारण करना चाहिए। क्योंकि रत्नों का संबंध कुंडली के ग्रहों से होता है। हर व्यक्ति को अलग-अलग रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर आप भी किसी परेशानी से परेशान हैं, तो ज्योतिष से विश्लेषण करवाने के बाद ही रत्न धारण करें। अगर आप बिना विश्लेषण के रत्न धारण करते हैं तो इसका उलटा प्रभाव भी देखने को मिल सकता है। आज इस आर्टिकल के जरिए…
Read MoreCategory: ज्वेलरी मार्केट
इस राशि वालों को मिलने वाला है खजाना
हर ग्रह निश्चित समय पर राशियों से गोचर करते है, जैसा की हिंदू धर्म ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है। हिंदू शास्त्र में हर ग्रह का अपना खास महत्व है। हर ग्रह जब भी राशि से गोचर करता है तो उसका राशियों पर भी अलग अलग प्रभाव पड़ता है। वहीं अगर मंगल ग्रह की बात की जाए तो इसे ग्रहों का सेनापति माना जाता है। मंगल ग्रह वर्तमान में सिंह राशि में है, जिसमें ये जुलाई में ही प्रवेश कर आए है। मंगल ग्रह को सिंह से अगली…
Read Moreरविवार को सूर्य देव की पूजा करने से बरसेगी कृपा
हिंदू धर्म में सूर्य पूजा सूर्य देव को समर्पित है। हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। ठीक उसी तरह से रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित होता हैं। मान्यता के अनुसार, रविवार के दिन विधि-विधान से सूर्यदेव की पूजा अर्चना करने से भगवान सूर्यदेव की कृपा बरसती है। आइए जानते हैं कि रविवार को सूर्य पूजा के दौरान क्या करना चाहिए और इस दिन किन चीजों का दान करना शुभ माना जाता है। सूर्य देव पूजा विधि सूर्यदेव को रविवार को अर्घ्य देने…
Read Moreभगवान शिव का अपमान देखकर सती ने जो किया वह आज भी दिव्य प्रेम का महान आदर्श है
सती के पिता महाराज दक्ष को ब्रह्माजी ने प्रजापति नायक के पद पर अभिषिक्त किया। महान अधिकार मिलने से दक्ष के मन में बड़ा अहंकार उत्पन्न हो गया। संसार में ऐसा कौन है, जिसे प्रभुता पाकर मद न हो। एक बार ब्रह्माजी की सभा में बड़े-बड़े ऋषि, देवता और मुनि उपस्थित हुए। उस सभा में भगवान शंकर भी विराजमान थे। उसी समय दक्ष प्रजापति भी वहां पधारे। उनके स्वागत में सभी सभापति उठकर खड़े हो गये। केवल ब्रह्माजी और भगवान शंकर अपने स्थान पर बैठे रहे। दक्ष ने ब्रह्माजी को…
Read Moreदुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मंदिर है जयपुर का अक्षरधाम
जयपुर में स्थित स्वामीनारायण अक्षऱधाम मंदिर अपनी शानदार मूर्तियों और सुंदर वास्तुकला के लिए फेमस है। यह मंदिर पर्यटकों का लोकप्रिय स्थान होने के साथ ही आस्था का भी केंद्र है। बता दें कि अक्षऱधाम मंदिर स्वामीनारायण को समर्पित है। दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर परिसर के रूप में स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। सांस्कृतिक विरासत स्वामीनारायण अक्षऱधाम मंदिर में आपको…
Read MoreLove Marriage करनी है तो Sawan में करें ये उपाय, भोलेनाथ देंगे मनचाहे वर का आशीर्वाद
सावन के महीने में सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन शिवजी की पूजा करने का विशेष महत्व भी बताया गया है। शिव जी की पूजा करने से वो हर मनोकामना को जल्दी पूरा करते है। अगर किसी भक्त को भगवान शिव की विशेष कृपा चाहिए तो विधिवत तरीके से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। सावन के महीने में सोमवार हो या कोई और दिन अगर भगवान शिव की पूजा की जाए तो इसका विशेष फल मिलता है। अगर कुंवारी युवती सुयोग्य वर पाने…
Read Moreपुरुषोत्तम मास में जरूर करें तुलसी से जुड़े ये प्रभावशाली उपाय
हिन्दू धर्म में पुरुषोत्तम मास का विशेष महत्व है। बता दें कि इस मास में देवी-देवताओं की उपासना करने से विशेष लाभ मिलता है। बता दें कि 18 जुलाई से पुरुषोत्तम मास शुरू हो चुका है। इस मास में भगवान शिव की उपासना को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। इसके साथ इस महीने में नियमित रूप से तुलसी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं, अधिक मास में तुलसी के किन उपायों से मिलता है, व्यक्ति को भाग्य का साथ। अधिक मास…
Read Moreशुक्रवार के दिन करें इन चमत्कारी मंत्रों का जाप,
शुक्रवार के दिन जगत जननी आदि शक्ति मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा उपासना की जाती है। मां दुर्गा का सातवां शक्ति स्वरूप महाकाली हैं। मां कालरात्रि को भद्रकाली, भैरवी, महाकाली, रुद्रानी, चामुंडा, चंडी, रौद्री और धुमोरना भी कहा जाता है। मां का स्वरूप अत्यंत उग्र है, किन्तु मां अपने भक्तों पर अपार कृपा-दृष्टि बरसाती हैं। उनकी कृपा से साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अतः साधक हर शुक्रवार के दिन मां काली की श्रद्धा-भाव से पूजा-उपासना करते हैं। अगर आप…
Read Moreइस राशि के लोगों को नहीं बांधना चाहिए कलावा
हिंदू धर्म में शुभ काम के दौरान कलावा बांधा जाता है। इसे रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। कलावा बांधने से व्यक्ति की न सिर्फ रक्षा होती है, बल्कि इससे नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में कुछ लोगों को कलावा बांधने के लिए मना किया जाता है। ज्योतिष के मुताबिक इन लोगों के लिए कलावा बांधना अशुभ होता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन लोगों को कलाना नहीं बांधना चाहिए। आइए जानते हैं इसके पीछे का तर्क क्या…
Read Moreविशेष योगों में मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या
सावन महीने की अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या या श्रावणी अमावस्या कहा जाता है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। ऐसे में श्रावण माह की अमावस्या को भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन पूर्वजों के निमित्त पिंडदान एवं दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करके पितरों को पिंडदान, श्राद्ध कर्म करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। सावन माह की अमावस्या 17 जुलाई को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाई जाएगी। पाल बालाजी ज्योतिष…
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