अंक ज्योतिष में हर एक मूलांक में कुछ न कुछ विशेष है। हर एक मूलांक का एक खास व्यक्तित्व होता है। हर तारीख का विशेष महत्व होता है। आज हम आपको इस लेख में बताएंगे कि कौन-से मूलांक वाले पढ़ाई-लिखाई में होशियार होते हैं और भविष्य में बड़ा नाम हासिल करते हैं। आइए जानते हैं। मूलांक 3 वाले लोग दिमाग से होते हैं तेज अंक ज्योतिष में मूलांक 3 वालों का व्यक्तित्व बेहद खास बताया गया है। किसी भी महीने की 3,12,21 और 30 तारीख को पैदा हुए लोगों का…
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सूट और साड़ी में पाना चाहती हैं मॉर्डन लुक तो ट्राई करें ये नेकलाइन
आज के जमाने में हर कोई खूबसूरत और स्टाइलिश दिखना चाहता है। लुक को स्टाइलिश बनाने के लिए सही स्टाइलिंग अहम रोल निभाता है। फैशन के इस बदलते दौर में बॉडी शेप के हिसाब से स्टाइलिंग करना जरूरी होता है। जिससे कि आपका लुक स्टाइलिश दिखे। सूट और साड़ी व सभी तरह के आउटफिट्स में नेकलाइन के कई डिजाइन होते हैं। लेकिन नेकलाइन चुनने के दौरान अपनी गर्दन की शेप का खास ख्याल रखना चाहिए। ताकि आप जो भी आउटफिट पहनें वह आप पर सूट करे। ऐसे में अगर आप…
Read Moreनंदी के इस कान में बोलने से पूरी होगी हर इच्छा,
हमारे देश में भगवान शिव के तमाम मंदिर हैं। भगवान शिव के मंदिर में नंदी जरूर विराजमान होते हैं। बताया जाता है कि जहां पर नंदी नहीं होते हैं, वहां पर भगवान शिव का भी निवास नहीं होता है। ऐसे में जब भी हम भगवान शंकर के मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं, तो अपनी मनोकामना नंदी जी के कान में करते हैं। यह मान्यता सदियों से चली आ रही है। भगवान शिव-शंकर ने नंदी जी को यह वरदान दिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नंदी जी…
Read More23 जून से 21 जुलाई तक रहेगा आषाढ़ महीना
आषाढ़ महीना 23 जून से 21 जुलाई तक रहेगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, आषाढ़ माह में गुरु की उपासना सबसे फलदायी होती है। इस महीने में श्री हरि विष्णु की उपासना से भी संतान प्राप्ति का वरदान मिलता है। इस महीने में जल देव की उपासना का भी महत्व है। कहा जाता है कि जल देव की उपासना करने से धन की प्राप्ति होती है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि ऊर्जा के स्तर को संयमित रखने के लिए आषाढ़ के महीने में…
Read Moreहथेली की लकीरें बताएंगी कब होगी आपकी शादी
हर व्यक्ति अपने भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उत्सुक रहता है। हर व्यक्ति जानना चाहता है कि आने वाले भविष्य में जीवन कैसा होगा, विवाह कब और किससे होगा। विवाह के बाद दांपत्य जीवन कैसा रहेगा आदि। यह सवाल अधिकतर लोगों के मन में होते हैं। तो बता दें कि इन सभी सवालों के जवाब हस्तरेखा शास्त्र से मिलते हैं। व्यक्ति की रेखाएं उनकी लव लाइफ के बारे में कई राज खोलती हैं। इन रेखाओं को पढ़कर ज्योतिष प्यार, शागी और रिश्तों की गहराई के बारे…
Read Moreशारीरिक और मानसिक तनाव से राहत पाने के लिए करें Shashankasana का अभ्यास
शशांकासन, जिसे खरगोश मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है, एक आरामदायक आगे की ओर झुकने वाला योग आसन है। ‘शशांकासन’ नाम संस्कृत के शब्द शशांक जिसका अर्थ है चंद्रमा या खरगोश और आसन जिसका अर्थ है मुद्रा से लिया गया है। यह आसन अपने शांत करने वाले प्रभावों के लिए जाना जाता है, जो आराम की मुद्रा में लेटे हुए खरगोश जैसा दिखता है। शशांकासन कैसे करें? वज्रासन (वज्र मुद्रा) में बैठकर इस आसान को करने की शुरुआत करें। अब अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें और…
Read Moreभगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर का नाम कैसे पड़ा बद्रीनाथ
उत्तराखंड राज्य में स्थित बद्रीनाथ धाम चार धामों में से एक है। बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु को समर्पित है। बता दें कि यह मंदिर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर को भारत के चार धामों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां पर हर साल दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बद्रीनाथ धाम मंदिर काले पत्थरों से बना हैं और इस मंदिर में भगवान विष्णु की एक शालिग्राम मूर्ति स्थापित है। बताया जाता है कि आदि शंकराचार्य द्वारा 8वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था। इस मंदिर…
Read Moreसावन के महीने में हरिद्वार के इस मंदिर में विराजते हैं महादेव,
हमारे देश में भगवान शिव-शंकर के कई मंदिर हैं, जो अपनी मान्यताओं और रोचक इतिहास को लेकर काफी ज्यादा फेमस हैं। दूर-दूर से श्रद्धालु इन मंदिरों में भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आते हैं। बता दें कि इसी तरह हरिद्वार में भगवान शिव को समर्पित दक्षेश्वर महादेव मंदिर है, जो श्रद्धालुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। हरिद्वार में भगवान शिव को समर्पित दक्षेश्वर महादेव मंदिर की कथा भगवान शिव और राजा दक्ष से जुड़ी है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस मंदिर के इतिहास के…
Read Moreअपने संकल्प के बारे में भगवान शंकर ने श्रीसती जी को कुछ नहीं कहा
भगवान शंकर के हृदय की पीड़ा को भला कौन समझ सकता था? जब से उन्होंने जाना, कि श्रीसती जी ने, जगत जननी जी का शरीर धारण किया है, तब से उनके होंठों पर मानों ताला ही पड़ गया था। वे अपने मुख से एक शब्द तक भी प्रवाहित नहीं कर रहे थे। इसका एक की कारण था, कि अब वे श्रीसती जी को पत्नी रुप में, किसी भी आधार पर स्वीकार नहीं कर सकते थे। क्योंकि जिस देह को, श्रीसती जी ने उनकी माता जानकी जी की देह में परिवर्तित…
Read Moreसमर सीजन में ट्राई करें ये लाइट कलर के आउटफिट्स, दिखेंगी बेहद खूबसूरत
गर्मियों में मौसम में आउटफिट का चुनाव करने में काफी कंफ्यूजन रहती है। क्योंकि इस मौसम में हम ऐसी ड्रेस की तलाश करते हैं, जिसमें कंफर्टेबल होने के साथ स्टाइलिश लुक नजर आए। वहीं आउटफिट भी ऐसा होना चाहिए, जिसको आप आराम से कैरी कर सकें। ऐसे में अगर आप भी इस मौसम में अपनी ड्रेस के चुनाव को लेकर कंफ्यूज हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसी ड्रेसेज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको आप गर्मियों में…
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