नौतपी के नौ दिनों नें बेहद गर्मी पड़ती है। नौतपा, जिसे ‘नौ तप’ या ‘नौ दिन भीषण गर्मी’ भी कहा जाता है, हिंदू कैलेंडर में एक विशेष अवधि है जो तीव्र गर्मी से जुड़ी है। यह ज्यादातर ज्येष्ठ मास यानी कि मई-जून में होती है और माना जाता है कि भारत में गर्मी का चरम भी होता है। ज्योतिष शास्त्र में नौतपा को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इन नौ दिनों में धार्मिक अनुष्ठान और दान करने से शुभ फल प्राप्त होता है। इस दौरान कई लोग व्रत भी रखते…
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आप सेक्स करना चाहते हैं और आपका पार्टनर नहीं, ऐसी स्थिति में क्या करें?
आप अपने पार्टनर के साथ सेक्स करना चाहते हैं और उनका मूड नहीं है, ऐसी स्थिति में आप क्या करेंगे? क्या आप उन्हें अपने साथ सेक्स करने के लिए मजबूर करेंगे या आप उन्हें शांति से सोने देंगे? अगर आप किसी के साथ रिश्ते में हैं तो कभी न कभी आपको इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ेगा, जहां आप अधिक सेक्स करना चाहेंगे और आपके पार्टनर को इसकी कम चाहत होगी। इस स्थिति में, यदि आप अपने पार्टनर को अपने साथ सेक्स करने के लिए मजबूर करना चुनने…
Read Moreजानें कब हैं मोहिनी एकादशी? इस दिन क्या करें और क्या न करें
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस बार मोहिनी एकादशी तिथि 18 मई, 2024 सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर शुरु होगी, वहीं इसका समापन अगले दिन 19 मई, 2024 दोपहर 01 बजकर 50 मिनट पर होगा। बता दें कि, सनातन धर्म में उदया तिथि का अधिक महत्व है। ऐसे में मोहिनी एकादशी का व्रत 19 मई, 2024 को किया जाएगा। पौराणिक ग्रंथ के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरुप की पूजा की…
Read Moreकब है सीता नवमी? इस विधि से करें मां सीता और भगवान राम की पूजा
सीता जयंती वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह 16 मई, 2024 को मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि देवी सीता का जन्म मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र में हुआ था। देवी सीता का विवाह भगवान राम से हुआ था, जिनका जन्म भी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। हिंदू कैलेंडर के अनुसार सीता जयंती राम नवमी के एक महीने बाद आती है। माता सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि वह…
Read Moreसंध्या आरती को चारों दिशाओं में दिखाना क्यों होता है जरूरी,
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और आरती करने के लिए कई नियमों के बारे में बताया गया है। यदि इन नियमों का व्यक्ति सही तरीके से पालन करें, तो जातक के जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है। आरती के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है। कुछ लोग आरती करने के बाद दीपक पौधे के पास रखते हैं, जोकि वास्तु के हिसाब से शुभ माना जाता है।इसके साथ ही मंदिर में संध्याकाल की आरती के बाद इसकी लौ को चारों दिशाओं में दिखाया जाता है। लेकिन क्या…
Read MoreUltra Processed Foods के सेवन से बढ़ रहा जल्दी मरने का खतरा
जंक फूड खाने में भले ही टेस्टी लगते हैं, लेकिन लगातार इनका सेवन करना हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। ये बहुत अधिक चीनी, नमक, खराब वसा जैसी चीजों से भरे होते हैं, जो हमारे शरीर को समय के साथ खराब कर देते हैं। बहुत अधिक जंक फूड खाने से हमारा वजन बढ़ सकता है, मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि ये हमारे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत पूरी नहीं कर पाते हैं। इन सब के बीच अब एक नए शोध में पता…
Read Moreआप भी कर आएं शनिदेव के इन पांच फेमस मंदिरों के दर्शन
भगवान शनिदेव ग्रहों में सबसे प्रभावशाली हैं। इसलिए भक्त शनिदेव की पूजा-अर्चना के दौरान विशेष सावधानी बरतते हैं। वहीं शनि की कुदृष्टि से बचने के लिए लोग शनिवार के दिन उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता के मुताबिक जिस भी व्यक्ति पर भगवान शनिदेव की कृपा हो जाती है, वह व्यक्ति रंक से राजा बन जाता है। भारत में शनिदेव के कुछ ऐसे मंदिर हैं, जहां पर भगवान शनि की पूजा व दर्शन करने के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगती है।इसके अलावा इन मंदिरों के बारे में कहा जाता है…
Read Moreसंत या गुरुजनों के विरुद्ध ही संदेह है तो ईश्वर के प्रति मन पावन हो ही नहीं सकता
आंखों में जब कोई नन्हां सा भी, रेत का कण पड़ जाये, तो सामने खड़ा विशालकाय पर्वत भी दृष्टिपात नहीं होता। ठीक इसी प्रकार से अगर हमारे नेत्रों में संदेह का कण अपने पैर जमा ले, तो ऐसे में हमारे समक्ष, साक्षात भगवान भी विराजमान क्यों न हों, वे भी हमें, भगवान न होकर, एक साधारण मनुष्य ही दिखाई देते हैं। श्रीराम जी के पावन दर्शन करके भगवान शंकर अतिअंत भावभिवोर हैं। निश्चित ही उन्हें ऐसी दिव्य अवस्था में देखकर, श्रीसती जी को गर्व होना चाहिए था, कि उनके पति…
Read Moreइन राशियों के जातकों को करनी चाहिए कंदब के पेड़ की पूजा, परेशानियां होगी दूर
हिंदू धर्म में पेड़-पौधों की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इनमें देवी-देवताओं का वास होता है। ज्योतिष के अनुसार, जो जातक पेड़-पौधों की विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। उसकी सभी परेशानियां दूर हो सकती है और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। इसके अलावा ग्रह दोष से निजात मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कदंब का पेड़ गुरु ग्रह से जुड़ा हुआ है। गुरु ग्रह को ज्ञान, शिक्षा, बुद्धि, समृद्धि और भाग्य का कारक ग्रह माना जाता है। कंदब के पेड़ की पूजा करने से गुरु ग्रह मजबूत…
Read Moreइन राशि के जातकों को भूलकर भी नहीं पालनी चाहिए बिल्ली
बहुत सारे लोगों को पालतू जानवर पालने का शौक होता है। इसी के चलते कोई बिल्ली पालता है, तो कोई कुत्ता और कोई तोता आदि पक्षी पालता है। वैसे तो धार्मिक शास्त्रों में भी जीवों का पालना और उनकी सेवा करना काफी शुभ और पुण्यफलदायी माना जाता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक हर व्यक्ति को अपनी राशि के मुताबिक जीव पालना चाहिए। क्योंकि हर जीव का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है।ऐसे में अगर आप अपनी राशि के मुताबिक जीव नहीं पालते हैं, तो इसका अशुभ प्रभाव…
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