हिंदू धर्म में महानंदा नवमी के व्रत को काफी शुभ माना जाता है। यह व्रत माघ, भाद्रपद और मार्गशीर्ष के महीनों के दौरान पड़ने वाले शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रखा जाता है। पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महानंदा नवमी का व्रत रखा जाता है। गुप्त नवरात्रि के नवमी तिथि को पड़ने के कारण इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। इस दिन मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि इस दिन के…
Read MoreCategory: अध्यात्म
प्रवृत्ति पथ में जो आचरणीय धर्म है, निवृत्ति मार्ग के लिए वही अधर्म है
वेदों में प्रवृत्ति व निवृत्ति दोनों मार्ग बताए गए हैं। साधनाएं प्रवृत्तिपरक या निवृत्ति मार्गी होती हैं। जिस साधना-सिद्धि से भौतिक उन्नति हो, उसे प्रवृत्तिपरक कहते हैं। इसके लिए सकाम कर्म करने पड़ते हैं। मोह-माया के जटिल विस्तार से गति-मुक्ति एवं निवृत्ति हेतु निष्काम मार्ग निर्धारित करना पड़ता है। बिना धर्म-ज्ञान, सदाचरण, त्याग तथा वैराग्य के यह संभव नहीं हो सकता। वेदों-उपनिषदों, स्मृति-पुराणों में इन विधि-विधाओं, धर्मों का उल्लेख है। श्रीमद्भगवद्गीता तो सबका सार ही है। प्रवृत्ति पथ में जो आचरणीय धर्म है, निवृत्ति मार्ग के लिए वही अधर्म भी…
Read Moreबसंत पंचमी पर मां सरस्वती के आशीर्वाद के लिए जरूर याद रखें यह विशेष नियम
बसंत पंचमी पर्व पर विद्या, ज्ञान एवं कला की देवी माता सरस्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर मां सरस्वती की पूजा करने से सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। साथ ही इस विशेष दिन से शैक्षणिक कार्य अथवा कला के क्षेत्र से जुड़े किसी भी कार्य को शुरू करने से सर्वाधिक लाभ मिलता है। इस वर्ष बसंत पंचमी पर्व माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि अर्थात 26 जनवरी 2023 (Basant Panchami 2023 Date) के दिन मनाई जाएगी। इस विशेष दिन पर…
Read Moreइन मंत्रों की मदद से करें पंचदेव की पूजा, जीवन की कठिनाइयां होंगी दूर
किसी भी शुभ काम को करने से पहले भगवान श्री गणेश का ध्यान किया जाता है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि अगर पंचदेव की पूजा की जाए तो इससे जीवन की कठिनाइयां आसानी से दूर होती है। इतना ही नहीं, अगर व्यक्ति किसी तरह की कठिनाई से घिर भी जाता है तो इससे वह बेहद आसानी से बाहर निकल जाता है। श्रीगणेश, ब्रह्मा, विष्णु, शिव और सूर्य को पंचदेव माना जाता है। हालांकि, कुछ जगहों पर लोग पंचदेव के रूप में ब्रह्मा के स्थान पर मां दुर्गा का पूजन…
Read Moreराहु-केतु गोचर से इन राशियों को रहना होगा सावधान
ज्योतिष शास्त्र में राशि परिवर्तन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार ग्रह गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। इन सभी में से राहु-केतु ग्रह गोचर को बहुत ही महत्वपूर्ण दृष्टिकोण से देखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हें पापी ग्रह या छाया ग्रह भी कहा जाता है। यह ग्रह हर समय उलटी दिशा में चाल चलते हैं और इनके अशुभ प्रभाव से कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। बता दें कि इस वर्ष 30 अक्टूबर 2023 के दिन राहु-केतु मीन राशि में प्रवेश…
Read Moreवास्तु शास्त्र में तरक्की का तोहफा है तांबे का सूर्य
वास्तु में तांबे का सूर्य सूर्यदेव की तरह ही अनेक लाभ देने वाला माना जाता है। यह खुशहाल जीवन के लिए उत्कृष्ट साधन होता है। तांबे का सूर्य पूरे घर के लिए खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक होता है। यदि यह आपके घर में या दफ्तर में सही स्थान पर लगाया जाए तो चारों ओर आप की प्रसिद्धि और कीर्ति फैल सकती है। सूर्य की तरह फलदाई है तांबे का सूरज सूर्य की तरह तांबे का सूर्य भी प्रभावशाली लोगों के साथ आपके संपर्क को बढ़ाता है। इसकी ऊर्जा इतनी…
Read Moreगरुड़ पुराण में बताया गया है मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का अचूक उपाय
हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण की गणना बहुत ही महत्वपूर्ण धर्म-ग्रंथों में की जाती है। इस महापुराण में भगवान विष्णु ने अपने प्रिय वाहन गरुड़ देव को मनुष्य के मोक्ष का मार्ग बताया है। साथ ही यह भी बताया है कि व्यक्ति अपने जीवन में किन-किन कर्मों से सफलता प्राप्त कर सकता है। गरुड़ पुराण में धर्म, अर्थ, काम एवं क्रोध के विषय में विस्तार से बताया गया है। बता दें की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस व्यक्ति से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, वह सुख और समृद्धि का भोगी…
Read MoreMauni Amavaysa 2023: स्नान एवं तर्पण के साथ मौनी अमावस्या पर जरूर करें इन मंत्रों का जाप
हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का महत्व बहुत मत्वपूर्ण माना जाता है। शास्त्रों में अमावस्या तिथि के दिन पवित्र स्नान को बहुत ही लाभकारी बताया गया है। बता दें कि वर्ष 2023 की पहली अमावस्या तिथि 21 जनवरी 2023 (Mauni Amavasya 2023 Date) यानी आज के दिन है। इस विशेष दिन पर गंगा नदी में स्नान करने से व पितरों का तर्पण करने से विशेष लाभ मिलता है, साथ ही अमृत के समान फल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि मौनी अमावस्या के दिन…
Read Moreशुक की बातें सुन कर क्यों आश्चर्य में पड़ गया था रावण?
रावण को आजीवन अगर किसी ने कष्ट दिया, तो वह था उसका मतिभ्रम। उसे सदैव यही लगता रहा, कि संसार में उससे कुशल व श्रेष्ठ बुद्धि का देवता, अन्य कोई नहीं है। उसे यही लगता रहा, कि जगत के किसी भी विषय को लेकर, उसका अवलोकन सदैव अनुकरणीय व दिशा प्रदाता होता है। श्रीविभीषण जी के पीछे अपने दूतों को भेजना भी, उसकी इसी स्वयं सिद्ध श्रेष्ठ बुद्धि का भ्रम होना ही है। उसे लगता है, कि दूत सदैव अपने स्वामी का हित चाहता है। उसके मस्तिष्क में यही अक्स…
Read Moreसंगम की रेती पर बह रही भागवद् कथा – श्रीराम कथा के भक्ति की लहर
जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम महराज व पीठाधीश्वर स्वामी ब्राह्माश्रम कह रहे भागवद् कथा महामंडलेश्वर स्वामी रामतीर्थ दास महाराज, स्वामी रामकृष्ण कोल्हूनाथ के शिविर में भागवद् कथा, राधिका वैष्णव की शुरू हुई श्रीराम कथा साकेतधाम में स्वामी अमृतदास महराज की भागवद् कथा आज से होगी शुरू प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज में माघ मास में संगम की रेती पर देश और विदेश से आये हुए लाखों कल्पवासी, श्रद्धालु और संत-महात्मा श्रीमद्भागवत कथा और श्रीराम कथा का पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं । गंगोली शिवाला मार्ग पर नागेश्वर धाम हरियाणा का शिविर लगा हुआ…
Read More