हमने विगत अंक में भी देखा, कि कामदेव जैसे ही भगवान शंकर के बिल्कुल समीप पहुँचता है, वह भयभीत हो जाता है। उसकी समस्त कलायें धरी की धरी रह जाती हैं। वह सोचता है, कि भगवान शंकर की समाधि भंग तो होने से रही। हाँ! हतना अवश्य है, कि मेरे प्राणों की समाधि निश्चित ही हो जायेगी। कारण कि जिस योगी की समाधि इतनी गहन व विराट हो, उसे संसार में मुझ जैसे करोड़ों कामदेव मिल कर भी पराजित नहीं कर सकते। तब कामदेव ने सोचा, कि अगर वापिस लौटता…
Read MoreCategory: अध्यात्म
सुरुप द्वादशी व्रत से होती है शारीरिक परेशानी दूर
आज सुरुप द्वादशी है, यह दिन भगवान विष्णु की पूजा और उनकी कृपा पाने के लिए विशेष महत्व रखता है। हिंदू धर्म में इस दिन व्रत और पूजा करने से जीवन के पापों का नाश होता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है तो आइए हम आपको सुरुप द्वादशी व्रत का महत्व एवं पूजा विधि के बारे में बताते हैं। जानें सुरुप द्वादशी व्रत के बारे में सुरूप द्वादशी, पौष महीने की द्वादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत रखा…
Read Moreलाल मिर्च के ये उपाय दूर करेंगे आर्थिक तंगी, घर में बढ़ेगा धन का प्रवाह
भारत में प्राचीन काल से ही ज्योतिष विद्या का अधिक महत्व रहा है। बुरी बला को टालने, नजर उतारने और नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने से हमेशा कई घरेलू चीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है। खासतौर पर गरीबी, गृह क्लेश और रोग को खुद से दूर रखने के लिए हम कई बार ज्योतिष शास्त्र में बताए गए नुस्खों को आजमाते हैं। इनमें से कई उपाय हम अच्छा फल देकर जाते हैं। हालांकि इनमें से कोई उपाय निष्क्रिय हो जाते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको…
Read Moreजनवरी 2025 में मकर संक्रांति से लेकर लोहड़ी समेत मुख्य व्रत-त्योंहारों की सूची नोट करें
जनवरी 2025 का महीना त्योहार के लिहाज काफी महत्वपूर्ण है। साल 2025 के जनवरी महीने में कई मुख्य त्योहार मनाए जाएंगे। जनवरी 2025 में धार्मिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण है। इस दौरान लोहड़ी, मकर संक्रांति, पौष एकादशी, प्रदोष व्रत, पौष पूर्णिमा और मौनी अमावस्या के साथ ही बड़े-बड़े मुख्य त्योहार पड़ने वाले है। इसके साथ ही जनवरी 2025 में महाकुंभ का शाही स्नान भी शुरु होने वाले है। आइए आपको बताते हैं जनवरी 2025 में कौन-कौन से मुख्य त्योहार पड़ने जा रहे है। जनवरी 2025 में मुख्य व्रत त्योंहारों…
Read Moreजानिए रामचरितमानस को लाल कपड़े में रखने की परंपरा का क्या है कारण
हिंदू धर्म में लाल रंग को सौभाग्य, साहस, शुभता और उमंग का प्रतीक माना जाता है। वहीं आपने देखा होगा कि लाल या पीले रंग के वस्त्र में धार्मिक ग्रंथों को लपेटकर रखने का महत्व है। क्योंकि लाल रंग को बेहद पवित्र माना जाता है और यह रंग समृद्धि का भी कारक है। बता दें कि वैदिक काल में मुख्य रूप से धार्मिक ग्रंथ को लाल रंग के कपड़े में रखा जाता था। जब किसी भी ग्रंथ को लाल कपड़े में लपेटकर रखा जाता है, तो यह उस ग्रंथ की…
Read Moreहथेली पर मौजूद गुरु पर्वत को ऐसे करें जागृत, करियर में आएगी रफ्तार
हस्तरेखा शास्त्र में हाथों की लकीरों के जरिए भविष्य का पता लगाया जा सकता है। जहां एक तरफ हाथों में मौजूद रेखाओं के माध्यम से व्यक्ति के भविष्य, स्वभाव और व्यवहार आदि के बारे में पता लगाया जाता है। हाथों में मौजूद रेखाओं के जरिए कुछ ऐसे विशेष निशान बनते हैं, जो जीवन में आगे होने वाली घटनाओं की ओर इशार करता है। तो हथेली में कुछ पर्वतों का भी निर्माण होता है, जो ग्रहों से जुड़े होते हैं। ऐसे में अगर हाथों में मौजूद उन निशानों या फिर पर्वत…
Read Moreपैर के अंगूठे के बगल वाली उंगली बताती है व्यक्ति का स्वभाव कैसा है?
अगर आप अपने अंगूठे के बगल की उगली से जानना चाहते हैं, कि आपका स्वभाव के बारे में पता चलता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के हाथ-पैरों की बनावट, चिन्हों और रेखाओं के जरिए जीवन में शुभ-अशुभ घटनाओं के बारें पता लगाया जा सकता है। यह सच है कि व्यक्ति के पैरों की उंगालियों की सरचना से स्वभाव के बारे में बहुत कुछ पता चलता है। आपने भी कई बार देखा होगा कि पैरों के अंगूठे की तुलना में ज्यादा बड़ी या छोटी होती है। आइए आपको बताते है…
Read Moreनववर्ष में सूर्य करने जा रहे राशि परिवर्तन, ये 5 राशियां होंगी मालामाल
ग्रहों का राजा सूर्य देव नए साल पर राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। नए साल की शुरुआत में सूर्य देव मकर में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करने से मेष से लेकर मीन राशि पर प्रभाव देखने को मिलेगा। सूर्य देव मकर राशि में 14 जनवरी 2025 को सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा। सूर्य के मकर राशि में जान से कुछ राशियों को आर्थिक उन्नति के साथ व्यापारिक लाभ भी प्राप्त होंगे। आइए आपको बताते हैं कौन हैं ये 5 लकी…
Read Moreमंगलवार को हनुमान जी को इस विधि से चढ़ाएं चोला, जानिए किन नियमों का करना चाहिए पालन
सप्ताह में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। इसी तरह से मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। माना जाता है कि अगर आप किसी कार्य की सिद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। वहीं अगर कोई व्यक्ति मांगलिक हैं, तो मंगलवार का दिन मांगलिक लोगों को बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगलदोष से छुटकारा मिल सकता है। वहीं जीवन में चलने वाली परेशानियां खत्म…
Read Moreरुक्मिणी अष्टमी के दिन इस तरह से पूजा, जानें पूजन की सामग्री और इसका महत्व
हर साल पौष माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रूक्मिणी अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। द्वापर युग में इसी दिन विदर्भ नरेश भीष्मक के यहां देवी रुक्मिणी का जन्म हुआ था। हिंदू धर्म में भगवान कृष्ण को काफी माना जाता है। श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के अवतार है और देवी रुक्मिणी माता लक्ष्मी की अवतार मानी जाती है, जो श्रीकृष्ण की मुख्य पत्नी है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, रुक्मिणी अष्टमी का दिन देवी रुक्मिणी को समर्पित है। इस दिन भगवान कृष्ण और देवी रुक्मिणी की पूजा…
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