रावण ने कैसे चारों गुणों का सदुपयोग नहीं करके उनका तिरस्कार किया था?

वीर अंगद ने, अपने सेवा व समर्पण के बल से, श्रीराम जी का स्नेह व प्रेम तो लूट ही लिया था। जिस कारण प्रभु श्रीराम बार-बार यही कह रहे थे, कि हे वीर अंगद! तुम मेरे समीप बैठो। क्योंकि मुझे तुमसे वह सारा संस्मरण जानना है, जिससे तुमने उस दुष्ट रावण के चारों मुकुटों को पाया। मुझे बड़ा भारी कौतुहल है, कि तुमने यह महान कार्य कैसे कर दिया। मुझे सच-सच बताना- बालितनय कौतुक अति मोही। तात सत्य कहुँ पूछउँ तोही।। प्रभु श्रीराम जी के यह वाक्य श्रवण कर, वीर…

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दुनिया के सबसे छोटे देश को दिया गया शिवलिंग का अवतार

भगवान शिव के भक्त ना सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में हैं। तभी तो रोम के एक शहर को शिवलिंग का आकार दे दिया गया है। बता दें कि विश्व के सबसे छोटे शहर के तौर पर फेमस वेटिकन सिटी को शिवलिंग के आकार में बनाया गया है। इटली के रोम में स्थित वेटिकन शहर में भी तमाम शिव भक्त मौजूद हैं। तमाम साल पहले इस शहर में खुदाई के दौरान एक शिवलिंग मिला था। इसी कारण से इस शहर को शिवलिंग का आकार दिया गया है। खुदाई में निकले…

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आसान नहीं होता इन राशि के लोगों को पाना, करनी पड़ती है कड़ी मेहनत

मेहनत के बिना कुछ नहीं मिलता…. ये कहावत लोगों की जिंदगी के साथ-साथ उनकी लव लाइफ पर भी लागू होती है। किसी को अपना बनाना आसान नहीं है। इसके लिए मेहनत करनी पड़ती है। किसी को अपनी ओर आकर्षित करने से लेकर रिश्ते में आने तक हर व्यक्ति को कई तरह के पापड़ बेलने पड़ते हैं। लेकिन हर किसी के साथ ऐसा नहीं होता है। बहुत से लोगों को आसानी से प्यार मिल जाता है। मगर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें अपने प्यार को पाने के लिए दूसरों…

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शुरू होने जा रहा है पितृपक्ष, इन चीजों का दान कर पितरों को करें खुश

हिंदू पंचांग के मुताबिक भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से पितृपक्ष की शुरुआत हो जाती है। इस वर्ष पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से होगी। पितृपक्ष के दौरान पिंडदान, श्राद्ध आदि किए जाते हैं। पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने और उन्हें खुश करने के लिए पितृपक्ष के दौरान ऐसा करना महत्वपूर्ण होता है। पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों को पूजने से उनका आशीर्वाद मिलता है। इस दौरान दान पुण्य करने का भी विशेष महत्व बताया गया है। जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष होता है उन्हें…

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मृतकों की इन चीजों के इस्तेमाल से लग सकता है पितृदोष, शुरू हो सकते हैं बुरे दिन

पितृदोष को ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही ज्यादा खतरनाक माना जाता है। पितृदोष लगने से जीवन में अशांति छा जाती है और परिवार के लोगों के बीच कलह मच जाती है। इस दोष के कारण से ही परिवार की सुख-शांति भंग हो जाती है। पितृदोष को शांत करने के कुछ जरूरी उपाय बताये गये हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्मकुंडली में पितृदोष सूर्य और चंद्रमा की निम्न स्थिति से भी होता है। यह दोष व्यक्ति को काफी ज्यादा कष्ट देने वाला होता है। मृतक के कपड़े इस्तेमाल करने पर  हांलाकि…

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आर्थिक तंगी से हो गए हैं परेशान हैं तो जरूर करें लोबान का ये उपाय

सनातन धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व माना जाता है। पूजा-अर्चना के जरिए भगवान के प्रति सम्मान व आभार प्रकट करने के सबसे अच्छा तरीका है। धार्मिक शास्त्रों में पूजा-पाठ के कई नियम बताए गए हैं, जो विज्ञान की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इसी तरह पूजा के दौरान लोबान जलाना बेहद फायदेमंद होता है। तरक्की के योग अगर आप नौकरी या व्यापार में तरक्की ना होने से परेशान हैं, तो आपको लोबान से जुड़ा यह उपाय अपनाना चाहिए। बता दें कि रविवार और गुरुवार के लिए कंडा जलाकर…

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बहुत शुभ होती है घर की यह दिशा

सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु में घर की हर छोटी बड़ी वस्तु के लिए कुछ नियम बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा का क्या महत्व है। आज इस आर्टिकल के जरिये हम आपको उन वस्तुओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको उत्तर दिशा में रखने से व्यक्ति को धन लाभ हो सकता है। उत्तर दिशा में लगाएं ये वस्तुएं वास्तु शास्त्र के मुताबिक, यदि आप घर की उत्तर दिशा में दर्पण लगाते हैं तो उसे वास्तु के…

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केयरिंग स्वभाव के होते हैं ऐसी आंखों वाले लोग

समुद्र शास्त्र में मानव शरीर के अंगों की संरचना के आधार पर व्यक्ति के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बहुत सी चीजों के बारे में पता लगाया जा सकता है। बता दें कि समुद्र शास्त्र ऋषि समुद्र द्वारा लिखा गया था। इसलिए इसे समुद्र शास्त्र कहा जाता है। इस तरह से समुद्र शास्त्र के जरिए व्यक्ति के आंखों के रंग से भी उसके व्यक्तित्व की कुछ बातें जानी जा सकती हैं। आइए जानते हैं कि आंखों के रंग से उसके व्यक्तित्व के बारे में कैसे जान सकते हैं। भूरे रंग…

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पितृपक्ष में इस तरह करें पितरों का तर्पण, उतरता है पूर्वजों का ऋण

पितरों का कर्ज चुकाना एक जीवन में तो संभव ही नहीं, उनके द्वारा संसार त्याग कर चले जाने के बाद भी श्राद्ध करते रहने से उनका ऋण चुकाने की परंपरा है। इसमें जो षष्ठी तिथि को श्राद्धकर्म संपन्न करता है उसकी पूजा देवता भी करते हैं। पितृ पक्ष के दौरान दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है। मान्यता है कि अगर पितर नाराज हो जाएं तो व्यक्ति का जीवन भी खुशहाल नहीं रहता और उसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यही…

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29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक चलेगा पितृपक्ष

पितृपक्ष पितरों को समर्पित है। इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है। पंचांग के अनुसार पितृपक्ष की शुरुआत भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से होती है और अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर इसका समापन होता है। पितृपक्ष यानी श्राद्ध का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों को श्रद्धापूर्वक याद करके उनका श्राद्ध कर्म किया जाता है। पितृपक्ष में पितरों को तर्पण देने और श्राद्ध कर्म करने से उनको मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दौरान…

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