ज्योतिष की तरह ही टैरो कार्ड से भी भविष्य देखा जाता है। वहीं जब द मून मेजर अरकाना टैरो कार्ड आपकी टैरो रीडिंग में आता है, तो आपके अंदर संदेह, तनाव और चिंता की स्थिति पैदा होती है। टैरो कार्ड व्यक्ति के जीवन में होने वाली किसी अनहोनी को नहीं दर्शाता है। बल्कि यह सिर्फ भ्रम की स्थिति के बारे में बताता है। बता दें कि हमारे अंदर पैदा होने वाली नकारात्मक ऊर्जा या भावनाएं हमारे वर्तमान या अतीत की घटनाओं की गलतफहमी की वजह होती है। ऐसे में यह…
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स्वराशि का मंगल भारत को दिला सकता है जीत, मंगल करेगा आस्ट्रेलिया का अमंगल
पूरे विश्व की निगाहें वनडे वर्ल्ड कप 2023 पर टिकी हुई है। भारतीय क्रिकेट टीम चौथी बार वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। आखिर भारतीय टीम वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान में उतरेगी और सभी के मन में यह कयास था कि इस बार वर्ल्ड कप में कौन चैंपियन होगा। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर – जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि देशभर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए 19 नवंबर का दिन काफी खास है। अहमदाबाद के…
Read Moreपर्व का नाम ‘छठ’ ही क्यों पड़ा? छठ पूजा व्रत की विधि क्या है
भगवान सूर्य की उपासना का पर्व है छठ पूजा। पूर्वी भारत में बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाए जाने वाले इस पर्व का नाम छठ इसलिए पड़ा क्योंकि चार दिवसीय इस व्रत की सबसे महत्वपूर्ण रात्रि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को होती है। कार्तिक मास में दीपावली के छह दिन बाद पड़ने वाला यह पर्व मुख्य रूप से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही नेपाल के कुछ इलाकों में धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन अब इस पर्व का विस्तार देश के अन्य हिस्सों में भी तेजी से…
Read Moreकौए से कोयल बनने की चर्चा मानव वृति में बदलाव के संदर्भ में है
गोस्वामी तुलसीदास जी संतों की महिमा में एक से एक बढ़कर अलंकृत चौपाईयां रचते जा रहे हैं। वे कहते हैं- ‘मुद मंगलमयसंत समाजू। जो जग जंगम तीरथराजू।। राम भक्ति जहँ सुरसरि धारा। सरसइ ब्रह्म बिचार प्रचारा।।’ संत कोई ऐसे ही निआसरे थोड़े न होते हैं, जो हम कहें, कि वे तो आज यहाँ हैं, और कल वहाँ। वास्तविक कहें तो संत साक्षात चलते फिरते तीर्थराज प्रयाग होते हैं। वे संसार को केवल सुख नहीं देते, अपितु आनंद प्रदान करते हैं। आप ने गंगा जी के दर्शन तो किए ही होंगे।…
Read Moreहजारों साल पुराने हैं भारत के यह प्राचीन और फेमस मंदिर,
भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता की चर्चा दुनिया भर में फैली है। भारत विभिन्न धर्मों के संगम की धरती है। यहां पर एक से बढ़कर एक पुराने और भव्य कलात्मक मंदिर देखने को मिलेंगे। इन मंदिरों की सुंदरता देखने लायक होती है।भारत के विशाल इतिहास का अंदाजा हजारों साल पुराने इन मंदिरों की खूबसूरती व समृद्धि को देखकर लगाया जा सकता है। इन मंदिरों की नक्काशी में भारतीय संस्कृति, कला व सौंदर्य का अनूठा संगम देखने को मिलता है। इन मंदिरों में दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।…
Read Moreकुंडली में कालसर्प दोष बनने पर जरूर करें ये उपाय, दूर होंगे सारे कष्ट
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जिस भी जातक के जन्मांग चक्र में राहु और केतु की स्थिति आमने-सामने होती है। लेकिन जब राहु-केतु के एक तरफ अन्य सात ग्रह हो जाएं, तो दूसरी ओर कोई अन्य ग्रह ना रहें, तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग बनता है।ग्रहों की ऐसी स्थिति बनने पर कुंडली में कालसर्प योग का निर्माण होता है। बता दें कि जातक की कुंडली में कालसर्प दोष का निर्माण होने पर कई तरह की मुश्किलें आने लगती हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको…
Read Moreसूर्य देव को पानी में ये एक चीज मिलाकर दें अर्घ्य, बनेंगे सभी बिगड़े काम
हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन किसी-न-किसी देवी-देवता को समर्पित माना गया है। ठीक उसी प्रकार रविवार का दिन सूर्य देव की आराधना के लिए समर्पित है। इस दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने और उन्हें जल चढ़ाने से साधक को विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कि सूर्य देव को जल में काले तिल मिलाकर अर्घ्य देने से साधक को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं। ये मिलते हैं लाभ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि सूर्य देव को जल अर्पित करते समय उसमें एक मुट्ठी…
Read Moreकब से लग रहा है खरमास? नोट करें डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व
सनातन धर्म में संक्रांति तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा, जप-तप और दान किया जाता है। साथ ही गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान किया जाता है। धार्मिक मत है कि संक्रांति तिथि पर गंगा नदी में स्नान करने से अनजाने में किए गए सारे पाप कट जाते हैं। साथ ही पूजा जप-तप करने से सुख, समृद्धि और पुण्य फल में वृद्धि होती है। सूर्य देव की उपासना करने से करियर और कारोबार को नया आयाम मिलता है। ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव के धनु राशि में गोचर करने…
Read Moreजानें, क्यों मनाई जाती है छठ पूजा और क्या है इसका धार्मिक महत्व?
सनातन धर्म में त्रेता युग से छठ पूजा मनाई जाती है। शास्त्रों में निहित है कि सर्वप्रथम माता सीता ने छठ पूजा की थी। उस समय से हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक छठ पूजा मनाई जाती है। इस वर्ष 17 नवंबर से लेकर 20 नवंबर तक छठ पूजा है। इस व्रत को विवाहित महिलाएं करती हैं। साथ ही विशेष कार्य में सिद्धि पाने हेतु पुरुष भी छठ पूजा में सूर्य देव की उपासना करते हैं। इस दौरान पुरुष नदी या…
Read Moreआज विनायक चतुर्थी तिथि पर ‘धृति’ योग का हो रहा है निर्माण
सनातन धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही आज विनायक चतुर्थी है। यह पर्व हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर सुकर्मा योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं।कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 17 नवंबर को सुबह 11 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी। विनायक चतुर्थी पर चंद्र…
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