कर्मफलदाता शनिदेव सभी ग्रहों में से सबसे मंदी गति से चाल चलते है। शनि एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं इसके बाद दूसरी राशि में गोचर करते हैं। ज्योतिष के अनुसार, शनि राशि परिवर्तन करने के साथ-साथ मार्गी और वक्री भी होते हैं। जब शनि राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका असर सभी राशियों पर पड़ता है। ज्योतिष के मुताबिक शनिदेव को कर्मफलदाता और न्याय के देवता हैं। शनिदेव अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान है और यह जून माह से वक्री अवस्था में हैं जो दिवाली के…
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श्राद्ध के दौरान सबसे पहले अग्नि को क्यों दिया जाता भोजन? कब से शुरु है पितृपक्ष
भाद्रपद का माह चल रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से अमावस्या तक के समय को पितृपक्ष कहा जाता है। पितृपक्ष के दौरान पितरों को स्मरण किया जाता, उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करना और तर्पण करने की मान्यता है। धार्मिक मान्याता के अनुसार, पितृपक्ष के दौरान सभी शुभ कार्य बंद किए जाते हैं। इस दौरान पितरों को तृप्त और उनकी आत्मा को शांति के लिए पिंडदान और श्राद्ध किया जाता है। पितृपक्ष के दौरान अन्न के लिए सबसे पहले अग्नि को भोजन अर्पित करते है। इसके…
Read Moreविकिरण प्रौद्योगिकी से भारत की खाद्य सुरक्षा में बदलाव- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री
प्रयागराज । भोजन का महत्व बुनियादी जीविका से कहीं बढ़कर है। यह हमारी सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक गतिशीलता को प्रतिबिम्बित करते हुए हमारे त्योहारों, सामाजिक समारोहों और अनुष्ठानों में प्रमुख भूमिका निभाता है। आर्थिक रूप से, खाद्य उद्योग विकास को गति देता है, रोजगार के अवसरों का सृजन करता है तथा ग्रामीण एवं कृषि संबंधी विकास को बढ़ावा देता है। यह घरेलू खपत और निर्यात दोनों के माध्यम से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। अपनी स्वतंत्रता के 78वें वर्ष में भारत जैसे-जैसे विकसित भारत के विजन की ओर…
Read Moreविकसित भारत के लिए भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में बदलाव
श्री रवनीत सिंह बिट्टू, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री हमारे देश की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भारत का खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र एक प्रकाश-पुंज की तरह है, जो विकसित भारत की दिशा में हमारे द्वारा उठाए जा रहे कदमों के रूप में प्रतिबिम्बित होता है। अब यह क्षेत्र केवल अर्थव्यवस्था में योगदानकर्ता भर नहीं रह गया है, बल्कि तेजी से भारत की विकास गाथा का आधार बनता जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में नीतियों, पहलों और बुनियादी ढांचे के विकास के बेहतरीन मिश्रण ने इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है, जिससे यह वैश्विक…
Read Moreमंदिर की दहलीज पर क्यों नहीं रखना चाहिए पैर, जानिए इसका ज्योतिषीय कारण
हमारे देश में बहुत सारे मंदिर हैं, मंदिर का हर एक हिस्सा बेहद पवित्र माना जाता है। हालांकि मंदिर में प्रवेश करने के कुछ विशेष नियम होते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंदिर में प्रवेश करने के इन नियमों का पालन करने और भगवान की पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। मंदिर का एक अहम हिस्सा दहलीज होती है। दहलीज से अक्सर प्रवेश द्वार बनाया जाता है। विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं में यह प्रतीकात्मक महत्व रखती है।मंदिर की दहलीज भीतर और बाहरी दुनिया के बीच…
Read Moreगणेश महोत्सव पर बप्पा को लगाएं इन चीजों का भोग
पूरे देश में गणेश महोत्सव का आगाज हो चुका है। गणपति बप्पा के भक्तों को हर साल गणेश चतुर्थी के दिन आगमन का काफी इंजार रहताहै। बता दें कि गणेश महोत्सव का जश्न लगभग 11 दिनों तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत गणेश चतुर्थी से होती है। गणेश चतुर्थी का पर्व महाराष्ट्र और कई राज्यों में काफी धूम से मनाया जाता है। गणेशजी की पूजा के साथ ही उनको भोग लगाना काफी जरुरी है। वैसे तो बप्पा को मोदक सबसे प्रिय है लेकिन, इसके अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं…
Read Moreमहिलाओं के लिए बेहद खास होता है ऋषि पंचमी का व्रत
हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता है। यह व्रत बड़े उत्साह के साथ किया जाता है। इस दिन सप्तऋषि की पूजा की जाती है। इस बार 08 सितंबर को ऋषि पंचमी का व्रत किया जा रहा है। ऋषि पंचमी का व्रत करने से जातक को पाप से मुक्ति मिलती है। मान्यता के अनुसार, ऋषि पंचमी का व्रत करने से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भोजन को दूषित करने के पाप से मुक्ति मिलती है। बता दें कि महिलाओं…
Read Moreविघ्नहर्ता, शुभकर्ता गणेशजी बहुआयामी देवता हैं
गणेश भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। प्राचीन काल से हिन्दू समाज कोई भी कार्य निर्विघ्न सम्पन्न करने के लिए उसका प्रारम्भ गणपति की पूजा से ही करता आ रहा है। प्रतिकूल, अशुभ, अज्ञान एवं दुःख से परेशान मनुष्य के लिये गणेश ही तारणहार है। वे सात्विक देवता हैं और विघ्नहर्ता हैं। वे न केवल भारतीय संस्कृति एवं जीवनशैली के कण-कण में व्याप्त है बल्कि विदेशों में भी घर-कारों-कार्यालयों एवं उत्पाद केन्द्रों में विद्यमान हैं। हर तरफ गणेश ही गणेश छाए हुए है। भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी को सिद्धि विनायक…
Read Moreभगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण ने की थी शिव तांडव स्त्रोत की रचना
भगवान शिव के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई तरह से पूजा करते हैं। सोमवार का दिन भोलेनाथ को समर्पित होता है। वहीं भगवान शिव के भक्त उनकी उपासना और पूजा के लिए युगों-युगों से कई स्त्रोत की रचना की है। भोलेनाथ को समर्पित कई ग्रंथों में कई तरह के स्तोत्र की रचनाओं का उल्लेख मिलता है। लेकिन भगवान शिव को सभी रचनाओं में शिव तांडव स्त्रोत सबसे अधिक प्रसन्न होते हैं। इस स्त्रोत की रचना भगवान शिव के प्रिय भक्त रावण द्वारा रचित है।मान्यता के अनुसार, जो भी…
Read Moreगुरुवार को इन उपायों को करने से चमक जाएगा भाग्य, वैवाहिक जीवन होगा खुशहाल
हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है। गुरुवार का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और गुरु ग्रह को समर्पित होता है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की पूजा करने का विधान होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुरुवार के दिन श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा बरसती है। वहीं गुरु बृहस्पति की कृपा से जातक के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। बृहस्पति देव की कृपा से जातक के विवाह में आने वाली बाधाएं भी दूर होती…
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