श्री रामचन्द्राय नम: पुण्यं पापहरं सदा शिवकरं विज्ञानभक्तिप्रदं मायामोहमलापहं सुविमलं प्रेमाम्बुपूरं शुभम्। श्रीमद्रामचरित्रमानसमिदं भक्त्यावगाहन्ति ये ते संसारपतङ्गघोरकिरणैर्दह्यन्ति नो मानवाः॥ जौं बरषइ बर बारि बिचारू। हो हिं कबित मुकुतामनि चारू॥ गोस्वामी जी कहते हैं कि यदि काव्य में श्रेष्ठ विचार रूपी जल बरसता है तो वह मुक्ता मणि के समान सुंदर कविता (काव्य) होती है॥ जुगुति बेधि पुनि पोहिअहिं रामचरित बर ताग। पहिरहिं सज्जन बिमल उर सोभा अति अनुराग॥ उन कविता रूपी मुक्तामणियों को युक्ति से बेधकर फिर रामचरित्र रूपी सुंदर तागे में पिरोकर सज्जन लोग…
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काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए जरूर पढ़ें ये आरती, प्राप्त होगी विशेष कृपा
भगवान काल भैरव को भगवान भोलेनाथ के रौद्र अवतार हैं। भैरव बाबा को आवेष अवतार के नाम से भी जाने जाते हैं। बताया जाता है जिस जातक की कुंडली में राहु और शनि ग्रह का दोष होता है, उन लोगों को भगवान काल भैरव देव की पूजा जरूर करनी चाहिए। वहीं काल भैरव की पूजा-अर्चना करने के साथ ही उनकी आरती भी करनी चाहिए। इससे भी जातक को विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको भगवान काल भैरव की आरती के बारे में…
Read Moreरमजान का पवित्र महीना कब से शुरू होगा? जानिए इसका इतिहास और रीति-रिवाज
रमजान इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण और पवित्र महीना है। यह इस्लामिक कैलेंडर के नौवें महीने में आता है। इस साल रमजान का महीना एक मार्च से शुरू हो रहा है। रमजान के दौरान मुसलमान उपवास रखते हैं, चिंतन करते हैं और अल्लाह से प्रार्थना करते हैं। रमजान का महीना इस्लाम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दौरान इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान पैगंबर मोहम्मद पर प्रकट हुई थी। आइए रमजान के इतिहास, महत्व और अन्य बातों के बारे में जानते हैं। इस्लाम की शुरुआत कब हुई? इस्लाम की…
Read Moreसीता स्वयंवर में शिव धनुष क्यों नहीं उठा पाया था रावण, जानिए क्या था इसका कारण
देवर्षि नारद ने सबसे पहले रामायण वाल्मीकि जी को सुनाई थी। धार्मिक मान्यता है कि रामायण सुनने के बाद वाल्मीकि जी का हृदय परिवर्तन हुआ, जिसके बाद उन्होंने धार्मिक ग्रंथ रामायण की रचना की थी। बता दें कि रामायण में सात कांड हैं, जिनका विशेष महत्व है। वहीं बालकांड में सीता स्वयंवर का उल्लेख किया गया है। रामायण के मुताबिक मां सीता के लिए वर का चयन करने के लिए राजा जनक ने स्वयंवर का आयोजन किया था। इस स्वयंवर में एक शर्त रखी गई थी कि जो भी व्यक्ति…
Read Moreशुक्रवार व्रत में जरूर पढ़नी चाहिए संतोषी मां व्रत कथा, जानिए महत्व
हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित माना जाता है। शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और मां संतोषी की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन मां संतोषी की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां संतोषी की पूजा मुख्य रूप से शुक्रवार को की जाती है। इस दिन व्रत रखने, मां की पूजा करने और व्रत कथा पढ़ने से जातक की हर मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको मां संतोषी से जुड़ी व्रत…
Read Moreहर गुरुवार की शाम करें साईं बाबा की चालीसा, दूर होंगे सभी दुख और संताप
हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन साईं बाबा को समर्पित होता है। साईं बाबा एक फकीर थे और सभी धर्मों और जाति के लोग उनकी पूजा करते हैं। गुरुवार के दिन साईंबाबा का व्रत और पूजा-अर्चना करने से जातक के घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। वहीं साईं बाबा की पूजा करने से जातक की हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साईं बाबा की पूजा के साथ उनकी चालीसा जरूर करनी चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको साईं बाबा की चालीसा के बारे में बताने जा…
Read Moreआध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण त्यौहार है महाशिवरात्रि
हिंदू धर्म में सबसे बड़ा पर्व महाशिवरात्रि है। इस दिन सभी शिव मंदिरों में भीड़-भाड़ का माहौल रहता है। महाशिवरात्रि के दिन सभी भक्त महादेव की कृपा पाने के लिए विधिवत पूजा-पाठ करते हैं। पंचांग के अनुसार शिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। महाशिवरात्रि भगवान शिव का त्यौहार है। भारत के सभी प्रदेशो में महाशिव रात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के साथ नेपाल, मारिशस सहित दुनिया के कई…
Read Moreभगवान शिव प्रसन्न होकर देते हैं अपार सुख संपदा
महाशिवरात्रि का व्रत फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को किया जाता है। मान्यता है कि सृष्टि के प्रारम्भ में इसी दिन मध्य रात्रि भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था। प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्रह्माण्ड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते हैं। इसीलिये इसे महाशिवरात्रि अथवा कालरात्रि कहा गया है। देवों के देव महादेव के इस व्रत का विशेष महत्व है। इस व्रत को सभी कर सकते हैं। विधि विधान…
Read Moreजानिए महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर पीली सरसों चढ़ाना क्यों शुभ होता है?
शिवभक्तों को महाशिवरात्रि पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी 2025 को मनाया जा रहा है। इस दिन भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना और व्रत रखते हैं। इसके साथ ही शिवलिंग पर कई सारी चीजें आर्पित करते हैं। कई सारे भक्त घर पर ही शिवलिंग की पूजा करते हैं, ताकि घर में सुख-शांति बनी रहे। सुख-शांति के लिए भक्तजन शिवलिंग पर पीली सरसों चढ़ाते हैं। इससे कई सारे फायदे नजर आते हैं। आइए आपको बताते हैं शिवलिंग पर पीली सरसों क्यों चढ़ाई जाती…
Read Moreकर्ज से छुटकारा पाने के लिए भौम प्रदोष व्रत के दिन इस स्तोत्र का पाठ करें
सनातन धर्म में व्रत-त्यौहार का काफी महत्व होता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है और जब यह तिथि मंगलवार को पड़ जाती है, तो इसको भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। जो लोग भगवान शिव और हनुमान जी दोनों की कृपा प्राप्त करने के लिए सबसे बढ़िया दिन है। इस व्रत को रखने के लिए कर्ज की मुक्ति मिलती है और आर्थिक समस्याओं के निवारण के लिए भी फलदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यता…
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