खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा आयोजित किये जाने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) प्रतियोगिता को ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान के लिये बड़ा झटका बताया। संगठन ने आईपीएल में चीन की कंपनियों के निवेश का जिक्र करते हुए कहा कि यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर बड़ा आघात है। कैट ने एक बयान में कहा कि ड्रीम11 कंपनी आईपीएल की टाइटल प्रायोजक और पांच टीमों की सह प्रायोजक है।स कंपनी में चीन की कंपनी टैनसेंट ग्लोबल का निवेश है। संगठन ने कहा, ‘‘टैनसेंट ग्लोबल के निवेश वाली कंपनी बायजु भारतीय क्रिकेट टीम की प्रायोजक है।इसी तरह अलीबाबा के निवेश वाली कंपनी पेटीएम भारतीय क्रिकेट टीम की टाइटल प्रायोजक और दिल्ली कैपिटल्स की सह प्रायोजक है। अलीबाबा के निवेश वाली एक अन्य कंपनी जोमैटो रॉयल चैलेंजर्स की सह प्रायोजक और अन्य आईपीएल टीमों की भोजन डिलिवरी भागीदार है।’’ इन सबके अलावा टैनसेंट ग्लोबल के निवेश वाली कंपनी स्विगी आईपीएल की सह प्रायोजक है।कैट ने भारत सरकार से इस स्थिति का मूल्यांकन करने की अपील की। कैट का दावा है कि उसके साथ देशभर की 40,000 व्यापार संघ और सात करोड़ व्यापारी जुड़े हैं।
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