रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया भर में अपने वैश्विक व्यापार को और अधिक मजबूती के साथ बढ़ा रहा है। इसका हाल ही में उदाहरण उस समय देखने को मिला जब रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कतर के अमीर से मुलाकात की। इन दिग्गजों की मुलाकात दोहा में हुई है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट की मानें तो ये बैठक बताती है कि वैश्विक मंच पर मुकेश अंबानी का प्रभाव मजबूत हो रहा है। देश के सॉवरेन वेल्थ फंड, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (क्यूआईए) ने भी रिलायंस ग्रुप में कई मौकों पर निवेश किया है। सिर्फ यही नहीं वर्तमान में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी, गूगल और मेटा सहित प्रमुख अमेरिकी प्रौद्योगिकी दिग्गजों के साथ रणनीतिक साझेदारी भी बनाए हुए हैं। बैठक में उनकी उपस्थिति गहन वैश्विक सहयोग और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भविष्य के निवेश के लिए संभावित अवसरों का संकेत देती है।इस यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राज्य अमेरिका और कतर के बीच कई प्रमुख सौदों की घोषणा की है। इन सौदों का कुल मूल्य 243.5 बिलियन डॉलर से अधिक है। दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग ढांचे की भी घोषणा हुई है, जिसका अनुमानित मूल्य 1.2 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है। दोनों देशों ने जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं उनमें विमानन, ऊर्जा, रक्षा और क्वांटम प्रौद्योगिकी शामिल है।
इनमें मुख्य रूप से कतर एयरवेज से बोइंग विमान और जीई एयरोस्पेस इंजन के लिए रिकार्ड तोड़ ऑर्डर दिए गए है। बता दें कि इसमें बोइंग का अब तक का सबसे बड़ा वाइडबॉडी विमान ऑर्डर और 787 ड्रीमलाइनर श्रृंखला के लिए सबसे बड़ा ऑर्डर शामिल था। अकेले इस सौदे से इसके उत्पादन और वितरण चक्र के दौरान 1 मिलियन से अधिक अमेरिकी नौकरियों को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
व्हाइट हाउस ने दिया ये बयान
इस संबंध में व्हाइट हाउस ने भी बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया कि कतर में राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प ने कतर के साथ कम से कम 1.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य का आर्थिक आदान-प्रदान उत्पन्न करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति ट्रम्प ने संयुक्त राज्य अमेरिका और कतर के बीच 243.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के आर्थिक सौदों की भी घोषणा की, जिसमें कतर एयरवेज को बोइंग विमान और जीई एयरोस्पेस इंजन की ऐतिहासिक बिक्री भी शामिल है।”
बयान में आगे कहा गया, “आज मनाए गए ऐतिहासिक सौदे आने वाली पीढ़ियों के लिए नवाचार और समृद्धि को बढ़ावा देंगे, अमेरिकी विनिर्माण और तकनीकी नेतृत्व को मजबूत करेंगे, और अमेरिका को एक नए स्वर्ण युग की राह पर ले जाएंगे। कतर जैसे सहयोगी संयुक्त राज्य अमेरिका की सफलता में भागीदार हैं।”