दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं की बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं को सार्वजनिक बयानों में संयम बरतने का स्पष्ट निर्देश दिया। यह बैठक मुख्य रूप से सुशासन पर केंद्रित थी, जिसमें एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों ने भाग लिया।a
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं द्वारा दिए जा रहे अनावश्यक बयानों पर गंभीर चिंता व्यक्त की और उनसे अविवेकी टिप्पणी करने से बचने का आग्रह किया। यह निर्देश संभवतः पार्टी के भीतर से आने वाले उन बयानों के मद्देनजर आया है जो अनावश्यक विवादों को जन्म दे सकते हैं या सरकार की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
पीएम मोदी ने कथित तौर पर कहा कि कहीं भी कुछ भी बोलने से बचें और साथ ही उन्होंने अनुशासित संचार की आवश्यकता पर जोर दिया। यह सलाह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मध्य प्रदेश और हरियाणा के भाजपा नेताओं द्वारा हाल ही में की गई कुछ विवादास्पद टिप्पणियों के मद्देनजर आई है, जिनसे कथित तौर पर पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी।
बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मुद्दे पर भी स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने साफ किया कि इस ऑपरेशन में किसी तीसरे पक्ष की कोई संलिप्तता नहीं थी। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि युद्ध विराम का निर्णय पाकिस्तान के अनुरोध के बाद लिया गया था, जिससे इस संवेदनशील सैन्य कार्रवाई को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया।
सुशासन पर केंद्रित इस बैठक में NDA शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया, जहां प्रधानमंत्री ने अनावश्यक बयानों से बचने का आग्रह करते हुए पार्टी की छवि और अनुशासन बनाए रखने पर बल दिया।